वाराणसी खुदखुशी काण्ड :परिवार ख़त्म करने से पहले लिखा 12 पेज का सुसाइड नोट


 


 


 


वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी एक परिवार के सामूहिक खुदकुशी मामले में 12 पेज का एक ससाइड नोट मिला हैदरअसल, वाराणसी में आदमपुर के नचनी कुंआ (मुकीमगंज) में दोनों औरसाती मीरयाको के बाद कारोबारी ने आत्महत्या कर ली।शुक्रवार तड़के करीब चार बजे कारोबारी ने पहले अपने खौफनाक कदम के बारे में पुलिस को फोन करके बताया था। मरने से पहले उसने अपने दोनों बच्चों और पत्नी को होम्योपैथिक की एक ५ दवा भी दी थी। पुलिस को मौके से 12 पेज का एक सुसाइड नोट मिला है। इसे कारोबारी की पत्नी लाभाटोकोली की ने लिखा था। इसके अलावा एक स्टाम्प पेपर पर लिखा हलफनामा मिला है। इसमें लिखा है कि मरने के बाद उनकी संपत्ति साले को दे दी जाए। हमारे परिवार की आर्थिक मदद साला ही हमेशा करता था। वाराणसी शहर के आदमपुरा थाना क्षेत्र के नचनीकुआ (मुकीमगंज) में चेतन तुलस्यान परिवार के साथ रहते थे। मकान के निचले तल पर माता पिता और ऊपर पत्नी ऋतु, बेटा हर्ष (17) और बेटी हिमांशी (15) के साथ खुद रहते थे। घर में काला पंखा असेम्बल करने का काम होता था। सुबह करीब चार बजे पुलिस को डायल 112 पर कारोबारी चेतन ने फोन कर बताया कि वह परिवार के साथ खुशकुशी करने जा रहे हैं। पुलिस उनके घर पहुंची और दरवाजा खटखटाया और पिता से पूछा कि घर में सब ठीक है तो पिता ने हां में जवाब दिया। फिर अधिकारी ने पूछा आपका बेटा चेतन कहां है। पिता ने बताया ऊपर परिवार के साथ है। पुलिस ऊपर पहुंची तो में एक कमरे बेटे और बेटी के शव बेड पर पडे थे। दसरे कमरे में पत्नी का शव बेट पर था और राति का शत फंदे से लटक रहा था ।आला अधिकारियों को भी घटना की जानकारी दी गई। अधिकारियों के साथ ही फोरेंसिक विभाग की टीम भी मौके पर पहंच गई। कमरे से 12 पेज का एक सुसाइड नोट भी मिला। यह पत्नी की तरफ से लिखा गया था। इसमें लिखा था कि गोरखपुर से 20 साल पहले जब शादी करके यहां आई तो लगा कि खशहाल परिवार में शादी हो रही हैयहां पता चला कि पति को कम दिखने की लाइलाज बीमारी है। परिवार के अन्य सदस्यों का भी जिस तरह सहयोग मिलना चाहिए था कभी नहीं मिला। आगे आर्थिक हालात बयां करती बातें लिखी गई थीं। सुसाइड नोट के साथ ही एक स्टाम्प पेपर पर लिखा हलफनामा भी मिला है। इसे पिछले महीने 22 जनवरी को बनवाया गया था। इस पर कारोबारी चेतन तुलस्यान की तरफ से लिखा है कि मरने के बाद हमारी पूरी संपत्ति साले को मिलेगी। साला ही हमारे परिवार की हमेशा आर्थिक मदद करता रहा है। पुलिस सुसाइड नोट और हलफनामा को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल में जुटी है। फोरेंसिक जांच टीम से भी प?ताल कराई गई है। वाराणसी शहर में चार महीने में इस तरह की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 30 अक्टूबर को हकलगंज में पति-पत्नी ने दो बच्चों के साथ जान दे दी थी। उस घटना का कारण भी आर्थिक समस्या सामने आई थी। परिवार ने काफी लोन लिया था। हुकुलगंज के किशन गुप्ता ने पत्नी नीलम, बेटी शिखा और बेटे उज्जवल के साथ जान दे दी थी